यह ओलंपिक भारतीय मुक्केबाजी जगत के लिए कुछ खास रहने वाला है। पहली बार भारत की ओर से 9 भार वर्ग में मुक्केबाजों ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। वहीं, चार भार वर्ग में मई में ऑल वर्ल्ड क्वालीफायर में एक और मौका मिल सकता है। इसके अलावा अगर इन चार भार वर्ग में कोई खिलाड़ी रह जाता है तो उसे वाइल्ड कार्ड एंट्री से भी मौका मिलने की उम्मीद है।
बता दें कि 2012 में जैसे मैरीकॉम को वाइल्ड कार्ड एंट्री मिली थी, एक एंट्री वैसे भी भारत के खाते आने की संभावना है। यानी भारत का मुक्केबाजी दल इस बार पूरे 13 खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतर सकता है। जॉर्डन की राजधानी अमान में 11 मार्च तक हुए एशियन/ओसनिया ओलंपिक क्वालीफायर में भारत की ओर से 13 खिलाड़ियों ने ट्रायल दिए।
जिनमें 9 खिलाड़ियों ने कोटा हासिल करने में सफलता प्राप्त की। जिनमें पांच में से चार महिला व आठ में से पांच पुरुष खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक टिकट हासिल करने में कामयाब रहे। इससे पहले 2012 में सबसे अधिक आठ मुक्केबाजों का दल ओलंपिक में गया था। जिसमें सात ने क्वालीफाई किया था और एक खिलाड़ी को प्रदर्शन के आधार पर वाइल्ड कार्ड एंट्री मिली थी।
इन खिलाड़ियों ने किया है क्वालिफाई
अमित पंघाल (52), मनीष कौशिक (63), विकास कृष्ण यादव (69), आशीष कुमार (75), सतीश कुमार (91प्लस), मैरीकॉम (51), सीमरन जीत कौर (60), लोवलिना (69), पूजा रानी (75)
पहली बार चार महिला मुक्केबाजों ने किया क्वालिफाई
9 में से चार बॉक्सर हरियाणा से
क्वालीफाई करने वाले 9 मुक्केबाजों में से चार खिलाड़ी हरियाणा के है। जो हरियाणा के लिए भी ऐतिहासिक है। हरियाणा की ओर से अमित पंघाल ने 52 किलोग्राम वर्ग में, 63 किलोग्राम में मनीष कुमार, 96 किलोग्राम में विकास कृष्ण यादव और 75 किलोग्राम में पूजा रानी ने क्वालीफाई किया है। इससे पहले हरियाणा की ओर से 2008 और 2012 में तीन-तीन हरियाणियों ने ओलंपिक कोटा हासिल किया था।