बिहार में राज्यसभा की पांच सीटे खाली होने वाली हैं। जिसे लेकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच तकरार दिखाई दे रही है। कांग्रेस का कहना है कि राजद ने उसे बिहार की एक राज्यसभा सीट देने का वादा किया था। जबकि राजद ने ऐसे किसी भी वादे से इनकार किया है।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्तिसिन्ह गोहिल ने विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को पत्र लिखकर उन्हें राज्यसभा की एक सीट देने के वादे को याद दिलाया है। गोहिल का यह पत्र रविवार को मीडिया में रिलीज हो गया। पार्टी का कहना है कि हमें उम्मीद है कि राजद अपना वचन निभाएगी और उसे अपने कोटे की एक सीट देगी।
पत्र में गोहिल ने लिखा है कि यादव ने लोकसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में राजद ने अपने कोटे की एक सीट कांग्रेस को देने की बात कही थी। उम्मीद है कि राजद अपने वादे को निभाएगी। हालांकि राजद के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने अपनी पार्टी द्वारा किए गए ऐसे किसी भी वादे से इनकार किया है।
तिवारी ने कहा, 'राजद के राज्य अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी इसे स्पष्ट कर दिया है। हालांकि राजद अध्यक्ष लालूजी को इस मामले पर निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है।' बिहार की पांच राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं। विधानसभा की मौजूदा स्थिति के अनुसार जदयू और राजद दो सीटें और भाजपा एक सीट आसानी से जीत सकते हैं।
अपनी राज्यसभा उम्मीदवारी को लेकर जारी अटकलों पर गोहिल ने विराम लगाते हुए कहा, 'यदि कांग्रेस को वादे के अनुसार एक राज्यसभा सीट मिलती है तो उसका उम्मीदवार केवल बिहार का कोई नेता होगा। मेरे जैसा कोई नेता जो बिहार का मतदाता नहीं है वह कांग्रेस का उम्मीदवार नहीं हो सकता।'