कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण आईपीएल 2020 का आयोजन बंद दरवाजों के बीच हो सकता है। खेल मंत्रालय ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सहित अन्य राष्ट्रीय महासंघों को साफ तौर पर कहा कि कोरोनोवायरस के खतरों के बीच अगर देश में किसी भी टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता है तो, उसे बंद दरवाजों के बीच आयोजित करना होगा।
सरकार के इस फैसले के बाद अब यह साफ है कि बीसीसीआई अगर आईपीएल के 13वें सीजन का आयोजन करता है, तो उसे इस टूर्नामेंट को दर्शकों के बिना ही आयोजित करना होगा और ऐसे में यह टूर्नामेंट अब बंद दरवाजों के बीच खेला जा सकता है।
खेल सचिव राधे श्याम जुलानिया ने साफ कर दिया है कि अगर कोई खेल है, जिसे टाला नहीं जा सकता है तो उसे बंद दरवाजों के बीच आयोजित करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसमें दर्शक ना आए। आईपीएल 2020 इस महीने की 29 तारीख से प्रस्तावित है। इसमें आठ टीमों के करीब 180 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।
सरकार के इस फैसले के बाद अब यह साफ है कि बीसीसीआई अगर आईपीएल के 13वें सीजन का आयोजन करता है, तो उसे इस टूर्नामेंट को दर्शकों के बिना ही आयोजित करना होगा और ऐसे में यह टूर्नामेंट अब बंद दरवाजों के बीच खेला जा सकता है।
खेल सचिव राधे श्याम जुलानिया ने साफ कर दिया है कि अगर कोई खेल है, जिसे टाला नहीं जा सकता है तो उसे बंद दरवाजों के बीच आयोजित करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसमें दर्शक ना आए। आईपीएल 2020 इस महीने की 29 तारीख से प्रस्तावित है। इसमें आठ टीमों के करीब 180 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीचत में खेल सचिव राधे श्याम जुलानिया ने कहा, 'बीसीसीआई सहित सभी राष्ट्रीय संघों से कहा गया है कि वे स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देश और सलाह का पालन करें। हमने उन्हें किसी भी सार्वजनिक सभा से बचने के लिए भी कहा है और अगर कोई खेल टूर्नामेंट का आयोजन होना है, तो उसे बंद दरवाजों के बीच लोगों के बिना आयोजित किया जाना चाहिए।'
बता दें कि भारत में अभी तक कोरोनावायर के 70 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इससे सरत्क रहने के लिए बीसीसीआई ने पहले ही खिलाड़ियों को दिशानिर्देश दे दिए हैं। बोर्ड ने एयरलाइन्स, टीम होटलों, राज्य संघों और चिकित्सा दलों को खिलाड़ियों के उपयोग करने से पहले और खिलाड़ियों के उपयोग के दौरान सभी सुविधाओं की साफ सफाई करने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड ने कहा है, 'स्टेडियम के सभी शौचालयों में 'हैंडवाश और सेनिटाइजर' रहेंगे। चिकित्सा दल और स्टेडियम में मौजूद प्राथमिक चिकित्साकर्मी उपचार चाहने वाले सभी रोगियों का रिकॉर्ड रखेंगे।’
बता दें कि भारत में अभी तक कोरोनावायर के 70 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इससे सरत्क रहने के लिए बीसीसीआई ने पहले ही खिलाड़ियों को दिशानिर्देश दे दिए हैं। बोर्ड ने एयरलाइन्स, टीम होटलों, राज्य संघों और चिकित्सा दलों को खिलाड़ियों के उपयोग करने से पहले और खिलाड़ियों के उपयोग के दौरान सभी सुविधाओं की साफ सफाई करने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड ने कहा है, 'स्टेडियम के सभी शौचालयों में 'हैंडवाश और सेनिटाइजर' रहेंगे। चिकित्सा दल और स्टेडियम में मौजूद प्राथमिक चिकित्साकर्मी उपचार चाहने वाले सभी रोगियों का रिकॉर्ड रखेंगे।’