एसआईटी ने आईपीएस अफसर डॉ. अजयपाल शर्मा के खिलाफ उनकी कथित पत्नी द्वारा यहां हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराए गए मुकदमे की जांच शुरू कर दी है। एसआईटी इस महिला का बयान दर्ज करने के बाद अजय पाल और इस मामले के अन्य आरोपियों को भी बुलाकर बयान दर्ज करेगी।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने नोएडा प्रकरण में भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे अजयपाल के खिलाफ विजिलेंस जांच के साथ ही एसआईटी को हजरतगंज में दर्ज एफआईआर की जांच करने के निर्देश दिए थे। इस क्रम में एसआईटी की जांच शुरू हो गई है।
पर, विजिलेंस अब तक जांच शुरू नहीं कर सकी है। माना जा रहा है कि ऐसा विभाग में सुपरवाइजर अधिकारियों की कमी के कारण है। विजिलेंस के डीजी रहे हितेश चंद्र अवस्थी वर्तमान में डीजीपी हैं। इसके बाद से विजिलेंस में नए डीजी की तैनाती नहीं हो सकी है। इसके अलावा वरिष्ठ अधिकारियों के पद भी खाली हैं।
एफआईआर में महिला ने अजयपाल पर आरोप लगाया है कि वर्ष 2016 में गाजियाबाद में उनकी रजिस्टर्ड मैरिज हुई थी। महिला ने आईपीएस अधिकारी पर पद और रसूख का इस्तेमाल कर उसे फर्जी मुकदमे में जेल भिजवाने और उनकी शादी के सुबूत नष्ट कराने सहित कई संगीन आरोप लगाए हैं। एसआईटी एफआईआर से संबंधित बिंदुओं पर जांच करेगी और नोटिस जारी कर प्रकरण से संबंधित लोगों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज करेगी।